भूतपूर्व प्रेमिका के नाम एक अभूतपूर्व संदेश

चूंकि अभी ही फ्रेंडशिप डे बीता है तो कुछ पुराने जख्म हरे हो गए यूँ ही. ये लभ-लैटर उस भूतपूर्व प्रेमिका के नाम है जिससे हमने सन २०१० में प्रेम-सम्बन्ध बनाने की चेष्टा की थी, फ्रेंडशिप बैंड देने के बहाने. “आदरणीय भूतपूर्व प्रेमिका, लाज़िमी है ये पत्र पढ़कर तुम्हें तनिक भी ख़ुशी ना होगी. ये…

On World Book Day- In Beautiful Relationship with Books

Books tell us what we should be like. Whether we seek in them the relationship of a friend, a sibling, a lover or a guardian, they take us on a stroll to differing realities of subjective and objective nature. Books provide a vision of some other dimensions of possibilities, giving us a new hope for…

इम्तियाज़ अली-सिनेमा में इश्क़

“इश्क़ इक ‘मीर’ भारी पत्थर है, कब ये तुझ कमज़ोर से उठता है”, मीर तकी मीर साहेब का ये शेर हर उस आशिक़ के लिए नज़र है, जो इश्क़ में तबाह हो जाने की आरज़ू रखता है | इश्क़ पर वैसे तो दुनिया भर के मकबूल शायरों, लेखकों, विचारकों ने अपना मत अपनी किसी न…