कुंभ की अमृत धारा

क्षिप्रा के क्षितिज से निकलते सूरज की छनछनाती धुप में चमकती पानी की बुँदे, सरसराती हवा में तैरती सी नज़र आती है l साधुओ की जटाओ में लिपटी आस्था और भस्म से सनी काया में उज्जैन रात में भी पूर्णिमा के चाँद की तरह चमकता है l साधुओ की सालों की तपस्या उज्जैन की क्षिप्रा…